अगर पीने वालों को पीने का बहाना चाहिए तो फिर समझिए कि सरकार को भी इन पीने वालों से अधिक व
सूली का बहाना चाहिए। अब जिस तेजी से महंगाई बढ़ रही है तो भी शराब की कीमतें भी कैसे कम रह सकती हैं यानी मौका भी है और दस्तूर भी। इसी बात को मद्देनजर रखते हुए राजधानी में बियर की कीमतें बढ़ा दी गई हैं। इस बढ़ोतरी से सरकार को हर साल करीब 250 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आमदनी होने की संभावना है। अब बियर की पूरी बोतल पर 10 रुपये और छोटी बोतल पर 5 रुपये तत्काल प्रभाव से बढ़ा दिए गए हैं।
दिल्ली में बियर की खपत लगातार बढ़ रही है और जाहिर है कि सरकार के मुंह में भी पानी आ गया। दिल्ली वाले हर महीने लगभग 15 लाख क्रेट यानी एक करोड़ 80 लाख बोतल गटक जाते हैं। यह खपत लगातार बढ़ती ही जा रही है। अप्रैल में लगभग 14.80 लाख क्रेट बियर बिकी थी और मई में यह 15.28 लाख हो गई। जून में तो बिक्री 16 लाख क्रेट को छू रही है जबकि जुलाई में इससे भी ज्यादा उम्मीद की जा रही है। सरकार को उम्मीद थी कि इस साल बियर की कुल बिक्री से लगभग 1700 करोड़ रुपये मिल जाएंगे। शुक्रवार रात की गई वृद्धि से सरकार को 250 करोड़ रुपये अतिरिक्त मिलने की संभावना है। यह वृद्धि पिछले साल की तुलना में लगभग 30 फीसदी अधिक है।
दिल्ली में बियर के कुल 37 ब्रैंड बिकते हैं। एक्साइज विभाग के सूत्रों के अनुसार हर ब्रैंड की बोतल पर 10 रुपये बढ़ाए गए हैं। छोटे साइज की बोतल पर 5 रुपये की वृद्धि हुई है। इस वृद्धि में किसी ब्रैंड विशेष या स्ट्रांग अथवा लाइट बियर का फर्क नहीं किया गया। इस समय जिस ब्रैंड की जितनी भी कीमत है, उसमें 10 रुपये की वृद्धि की गई है। आमतौर पर लाइट बियर की कीमत 50-55 रुपये थी यानी अब बियर की एक बोतल का खर्च करीब 60-65 रुपये हो जाएगा।
सूत्रों का कहना है कि शीघ्र ही शराब की दरों में भी बढ़ोतरी होने वाली है। सरकार ने नई एक्साइज पॉलिसी पहले ही घोषित कर दी थी लेकिन उसे लागू नहीं किया जा सका क्योंकि उसे राष्ट्रपति की सहमति के लिए भेजा गया है। सरकार को उम्मीद है कि जल्दी ही वह सहमति आ जाएगी और उसके बाद शराब की नई कीमतें भी घोषित कर दी जाएंगी।
रविवार, 4 जुलाई 2010
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